पुलिस द्वारा शुरू की गई “गुड सेमेरिटन” की एक अनूठी पहल 

खंडवा पुलिस द्वारा खंडवा में सड़क हादसों के बाद हो रही मौतों पर नियंत्रण के लिए \”गुड सेमेरिटन\” की एक अनूठी पहल शुरू की गई है। इसका उद्देश्य सड़क हादसों के बाद उचित इलाज नहीं मिलने से हो रही मौत पर नियंत्रण पाना है। तेज रफ्तार वाहन, हाईवे पर सरपट दौड़ती इन वाहनों में सड़क हादसे के बाद प्रदेशभर में हजारों लोग हर साल अपनी जान गंवा रहेहै

खंडवा एसपी मनोज कुमार राय ने खंडवा में सड़क हादसों के बाद मौत के आंकड़ों में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर एक नई पहल जिले में शुरू की है \”गुड सेमेरिटन\” यानी अच्छा मददगार। जैसा कि इसके नाम में ही इसका अर्थ छिपा हुआ है यानी एक ऐसा मददगार जो बीच सड़क पर हादसों के बाद बाहें फैलाए इंतजार कर रही मौत के मुंह से खींच कर घायल को नया जीवन प्रदान करना है। खंडवा एसपी मनोज कुमार राय ने बताया अधिकतर लोग सड़क हादसे के बाद उचित ईलाज नहीं मिलने के कारण अपनी जान गवा देते हैं। ऐसे में यह पहल मौत के आगोश से निकालकर एक नए जीवन में नई प्रकाश पुंज बनकर लोगों में नया जोश भर रही है। अगर सिर्फ वर्ष 2024 की बात की जाए तो खंडवा जिले भर में अब तक इस वर्ष कुल 240 लोग अपनी जान सड़क हादसे के बाद गवा चुके हैं। इन मौत के आंकड़ों ने सिस्टम पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया था। कहीं समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंच पाना तो कहीं बिना हेलमेट के लोग अपनी जान गवा रहे थे। इस \”गुड सेमेरिटन\” की नई पहल के तहत सड़क हादसे में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने वालों को पुलिस इनाम के साथ-साथ प्रशस्ति पत्र भी देगी। इस पहल का खंडवा जिले के समाजसेवी और युवा वर्ग ने जमकर सराहना की है उनका कहना है इस नई पहल से मौत के आंकड़ों में इजाफे की बजाय अब कमी आएगी। आनंद फिल्म का यह डायलॉग तो आपने जरूर सुना होगा कि जिंदगी और मौत ऊपर वाले के हाथ है जहांपनाह…..हम सब तो इस रंगमंच कठपुतलियां हैं.….. लेकिन खंडवा एसपी की इस पहल के बाद अब इंसान सड़क हादसे के बाद कठपुतली बनकर नहीं बल्कि कॉपफ्रेंड (पुलिस दोस्त) बनकर जिले में नवजीवन की नई इबारत लिखेंगे

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