गरियाबंद में हुए सामूहिक विवाह कार्यक्रम में एक जोड़ा सभी के आकर्षण का केंद्र बना रहा…. दरअसल आत्मसमर्पण करने वाले दो पूर्व नक्सलियों ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शादी रचाई इस दौरान जिले के प्रभारी मंत्री दयाल दास बघेल उनके सर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया । विवाह पर समर्पित नक्सली जोड़े को नियमानुसार प्रोत्साहन राशि के रूप में 35000 रुपए का चेक भी मंच से मंत्री के हाथों सौपा गया
इस दौरान समर्पित नक्सलियों ने कहां जंगल में रहकर जीना काफी कठिन है यहां रहकर उन्हें आत्म संतोष होता है। समर्पण के बाद उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में पत्रकारों को बताया की पहले का जीवन काफी कठिन था कभी भी मौत का डर बना रहता था जीवन सदैव असुरक्षित बना रहता था घर परिवार को छोड़ जंगल जंगल घूमने किसी अच्छा लगता है। वह काफी प्रसन्न है जो आत्मसमर्पण करके सुखी जीवन जी रहा है ।उसका कहना है अन्य नक्सली भाई बहन भी उस रास्ते को छोड़कर समर्पण कर आम जनों की जिंदगी जिए इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता। शादी को लेकर वह कहता है यह तो साहब लोगों का एहसान है जो उनकी जिंदगी बना दिया । वह शादी कर काफी प्रसन्न है अब पति-पत्नी के रूप में जिंदगी गुजार सकते हैं धूमधाम से शादी होना इसकी एक अपनी ही खुशी और यादगार होती है
