अंतरराष्ट्रीय जूनियर साइंस ओलंपियाड में भारत ने चीन को दी मात। 

अंतरराष्ट्रीय जूनियर साइंस ओलंपियाड में भारत ने चीन को दी मात। रोमानिया मेंआयोजित की गई थी परीक्षा। छह सदस्यों की भारतीय टीम को मिला गोल्ड मेडल।महेंद्रगढ़ जिले की बेटी भव्या गुणवाल को मिला बायोलॉजी में गोल्ड मेडल। भव्या IJSO मेंशामिल होने वाली हरियाणा की पहली छात्रा बनी। उसने जिले, प्रदेशऔर देश का मान बढ़ाया। 

रोमानिया में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय जूनियर साइंस ओलंपियाड में भारत ने चीन को हरा कर यह अंतरराष्ट्रीय खिताबअपने नाम किया है। इसके लिए देश को विंनिग ट्रॉफी से नवाजा गया है। देश की छहसदस्यों की टीम में हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के कस्बे अटेली की बेटी भव्यागुणवाल का शानदार प्रदर्शन रहा जिसके लिए उसको बायोलॉजी विषय में गोल्ड मेडल मिलाहै। भव्या के पिता अनिल यादव और माता सुमनयादव दोनों ही पेशे से डॉक्टर है।

वह अभी 11वींकक्षा की छात्रा है और नीट 2026 कीतैयारी कर रहीं हैं। भव्यागुणवाल ने बताया कि हाल ही में रोमानिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय जूनियर साइंसओलंपियाड में उसने भारत की तरफ से प्रतिनिधित्व किया था। वह आईजीएसओ में जाने वाली हरियाणवी की पहली लड़की हैं। इस परीक्षा के लिएकई स्टेज से होकर गुजरना पड़ता है। पूरे देश से मात्र पांच या छह बच्चे लिए जातेहैं, जो देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। उसनेबताया कि इस टेस्ट में फिजिक्स, केमिस्ट्रीऔर बायोलॉजी तीन विषय ही शामिल होते हैं। जिनकी तीन अलग-अलग परीक्षाएं आयोजित कीकरवाई जाती है और उन तीनों परीक्षाओं के मार्क्स जोड़कर विजेता घोषित किया जाताहै। उसने बताया कि IJSO कमेटी के 97 देश सदस्य बने हुए हैं । इस बार 52 देश की टीमों ने भाग लिया था। जिसमेंउनकी टीम विजेता रही है उसने बताया कि बताया किउसको बायोलॉजी में गोल्ड मेडल मिलाहै जबकि फिजिक्स और केमिस्ट्री का अवार्ड भी भारतीय टीम के बच्चों को मिला है।उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों माता-पिता और भाई को दिया हैं। उसने अपनेहम उम्र साथियों को संदेश देते हुए कहा कि उनको इस प्रकार का एग्जाम देना चाहिएऐसे एग्जाम से छात्र मानसिक रूप से तैयार होता है।

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