सुशासन सप्ताह अंतर्गत जिला पंचायत सभागार में जल संवाद कार्यक्रम का किया गया आयोजन

सिंगरौली जिले में स्थापित जल शक्ति केंद्र के माध्यम से जल संरक्षण एवं संवर्धन को बढ़ावा देने एवं जन जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से सुशासन सप्ताह अंतर्गत जिला चंद्र शेखर शुक्ला के निर्देशन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेंद्र सिंह के मार्गदर्शन से जिले में जन भागीदारी से जल संरक्षण हेतु जल संवाद कार्यक्रम का आयोजन जिला पंचायत सभागार में किया गया। 

जल संवाद कार्यक्रम में सिंगरौली जिले के अंतर्गत जल के विभिन्न आयामों ,चुनौतियों, सभी को स्वच्छ जल की उपलब्धता के साथ सतत जल प्रबंधन और संरक्षण में समाज के सभी वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु सिंगरौली जिले में उपलब्ध नदी, नाला ,तालाब तथा जिले की भौगोलिक स्थिति एवं वर्षा जल की जानकारी देते हुए वर्षा जल को विभिन्न प्रकार से संरक्षित करने की तकनीक एवं उपाय के बारे में चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में जल प्रबंधन के साथ-साथ जल संरक्षण संरचनाओं जैसे कंटूर ट्रेंच, गली प्लग, ग्रेवियन, पर्कॉयलेशन टैंक, रिचार्ज पिट , वृक्षारोपण कार्य का रीज टू वैली सिद्धांत पर कार्य किये जाने के महत्व को साझा किया गया। इस दौरान मनरेगा, जल निगम, पी.एच.ई, जन अभियान परिषद, सीएफपी के जीआईएस एवं एनआरएम विशेषज्ञ के साथ-साथ अन्य विभागों द्वारा जल संरक्षण के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों योगदान से अवगत कराया गया।

जल संवाद के दौरान जिले के विभिन्न ग्राम पंचायत से आए सरपंचों ने जल संरक्षण के क्षेत्र में उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों को साझा किया जिनमें से जल संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले ग्राम पंचायत गडहरा, आमो , पूर्वा और उर्ती के सरपंचों को साल एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।जल संवाद कार्यक्रम से एक ओर जहां जन समुदाय को जन भागीदारी से जल संरक्षण करने की प्रेरणा मिल रही है वहीं दूसरी ओर लोगों का यह मानना है कि जल संवाद कार्यक्रम निश्चित ही आने वाले समय मे सिंगरौली जिले में जल संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु क्रांति के रूप में परिलक्षित होगा और इसी भावना के साथ उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने जल संरक्षण हेतु जल शपथ भी लिया।

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