सिंगरौली ,नगरी प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एक दिवसीय दौरे पर सिंगरौली पहुंचे. जहां उन्होंने जुड़वा तालाब पहुंचकर महाराणा प्रताप की मर्ति का अनावरण की किया. इस दौरान उन्होंने देश के इतिहासकारों को अंग्रेजों का चाटुकार और वामपंथी बताया. उन्होंने कहा कि देश के इतिहासकार अंग्रेजों के चाटुकार और वामपंथी थे .इसलिए उन्होंने देश का इतिहास सही ढंग से नहीं लिखा. देश के वीर जवानों ने कितने युद्ध हारे यह उन्होंने लिखा लेकिन कितने युद्ध जीते यह इतिहासकारों ने इतिहास में नहीं लिखा.
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी ने इतिहासकारों को चुनौती दी है कि वह देश के इतिहास को सही ढंग से लिखें. कैलाश विजयवर्गी ने कहा कि अकबर की महानता की गाथा इतिहासकारों ने लिखा है लेकिन महाराणा प्रताप की वीरगाथा उन्होंने नहीं लिखी. किस तरह से 5 हजार सैनिकों ने 5 लाख सैनिकों को खदेड़ा यह इतिहास में दर्ज नहीं है.मेवाड़ में महाराणा प्रताप के अंग वस्त्र देखिए.आम आदमी पहनकर नहीं चल सकता. उन्होंने कहा महाराणा प्रताप ने घास की रोटी खा ली .लेकिन मुगलों के सामने नहीं झुके ये सनातन धर्म है. लेकिन चाटुकार इतिहासकारों ने इसे नहीं लिखा.
कैलाश विजयवर्गी ने कहा महाराणा प्रताप, महाराज शिवाजी,गुरु गोविंद सिंह नहीं होते तो सनातन धर्म नहीं बचता. लेकिन बेशर्म इतिहासकारों में युद्ध कितने हारे उन्होंने बताया. लेकिन हमने युद्ध कितने जीते यह उन्होंने नहीं बताया. आम जनता को संबोधित करते हुए विजय वर्गीय ने नगर निगम को सलाह दी कि पार्क में चारों तरफ महाराणा प्रताप की वीर गाथा की छोटे छोटे स्लोगन लिखने की सलाह दी.
जुड़वा तालाब पार्क का नाम बदलने की विजयवर्गीय ने दी सलाह दी. उन्होंने कहां महाराणा प्रताप की मूर्ति अनावरण के बाद इसका नाम महाराणा प्रताप पार्क रखा जाए. नगर निगम एमआईसी में पास कर कर हमें दे. हम अप्रूव करा कर उसे देंगे. हम किसी से लड़ते नहीं है लेकिन कोई लड़ता है हम उसे हम छोड़ते है. हमारा इतिहास है. सिंगरौली जिले की भौगोलिक स्थिति का जिक्र करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि 30 सालों का थर्मल पावर का भविष्य है .इसलिए हमें वैकल्पिक सोलर ऊर्जा पर हमें विचार करना चाहिए. अंत में उन्होंने कहा कि सिंगरौली के जनता ने हमें महाराणा प्रताप जैसे महान वीर का मूर्ति अनावरण का मौका मिला हम आभार व्यक्त करते है.
