- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मेरठ के आईआईएमटी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को किया संबोधित,
- कहा- भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में युवा निभायेंगे महत्वपूर्ण भूमिका
मेरठ, मेरठ के आईआईएमटी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों जिन्होंने परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है उन्हें उपाधियां और पदक प्रदान किए। इस अवसर पर अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने छात्रों को स्वामी विवेकानन्द के जीवन और आदर्शों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि 12 जनवरी स्वामी विवेकानंद की जयंती है, देशभर में उनकी जयंती युवा दिवस के रूप में मनाई जाएगी। स्वामी जी सही मायने में भारत के पहले ग्लोबल यूथ थे, जिनका प्रभाव देश और विदेश दोनों जगह पर महसूस किया गया है। देश के युवाओं से बहुत अपेक्षाएं हैं, मुझे पक्का विश्वास है भारत अमृत काल में प्रवेश कर चुका है, भारत अब विकसित भारत बन कर रहेगा । उन्होंने कहा कि आज के युवा अपनी मजबूत इच्छाशक्ति के माध्यम से भारत को एक बार फिर विश्व गुरु का दर्जा दिलाने में पूरी तरह से सक्षम है। समय बदल गया है, ये इंडिया ड्रीम का समय है। भारतीय स्वप्न देखने का समय है, आज युवाअपने देश में रह कर कोई भी स्वप्न देखने चाहते है,देख सकते हैं।
अपने -अपने संकल्प और साधना से आप जैसे नौजवान ही उसे पूरा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर सबसे वायलेंट स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक के रूप में उभरा है। अपने तीसरे सबसे स्टार्टअप हब के रूप में अपनी जगह बनाई है, आज भारत के अंदर एक लाख 30 हजार से अधिक र्स्टाटअप काम कर रहे हैं, भारत सबसे बड़ी डिजिटल अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है। भारत में सबसे ज्यादा 5G यूजर्स है, 5G भारत के शहर और गांव तक पहुंच चुकी है। भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा कि आज पहले भारत की बातों को गंभीरता पूर्वक नहीं लिया जाता था,
आज अगर नेशनल फार्म पर भारत कुछ बोलता है तो सारी दुनिया कान खोलकर सुनती है कि भारत बोल क्या रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के हीरो हमारे युवा हैं। कोरोना महामारी में हमें चैलेंज को एक अवसर के रूप में देखा, जिससे भारत स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा हम लोगों की हैसियत है कि आज हम सेना से जुड़े आइटम भारत की धरती पर भारत के लोगों और वैज्ञानिक द्वारा बनाए जा रहे हैं हम उसका उपयोग कर रहे हैं केवल उपयोगी नहीं कर रहे हैं बल्कि दुनिया के दूसरे देशों को भी एक्सपोर्ट करने का कार्य कर रहे हैं।
