प्रयागराज. महाकुंभ में अब तक 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान कर लिया है। आज शाम तक करीब 1 करोड़ 23 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में पावन डुबकी लगाई। भाजपा सांसद मनोज तिवारी भी आज संगम स्नान के लिए प्रयागराज पहुंचे। उन्होंने व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए लोगों से महाकुंभ में आकर पवित्र स्नान करने की अपील की।उन्होंने बताया- जो भी महाकुंभ में आये हैं उनको मैं धन्यवाद करता हूं।
अभी भी जो बचे हुए दिन हैं उनमें ज्यादा से ज्यादा लोग आए। एक भ्रांति फैल रही है कि सब जाम हो गया है। बिल्कुल कहीं कोई जगह नहीं है। ऐसा नहीं है। आप आइए महाकुंभ की व्यवस्था बहुत अच्छी है। सब लोग आए और जो बचे हुए दिन है महाकुंभ का स्नान करें। कल माघ पूर्णिमा पर भी महाकुंभ में भारी भीड़ उमड़ने का अनुमान है।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि कल के स्नान के लिए सरकार पूरी तरह तैयार है और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्याप्त इंतज़ाम किये गए हैं। उन्होंने बताया- महाकुंभ की व्यवस्था को बेहतर से बेहतर बनाने का काम किया जा रहा है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु वहाँ पहुँच चुके हैं और लगातार श्रद्धालुओं का आना जारी है। हमारी सरकार सबसे अच्छी व्यवस्थाएं कर रही है और लगातार उसमें सुधार भी कर रही है। माघ पूर्णिमा के स्नान के लिए प्रशासन ने विशेष योजना बनाई है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिये प्रदेश सरकार ने 43 अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा है। इसके साथ ही 125 एंबुलेंस, सात रिवर एंबुलेंस और एक एयर एंबुलेंस भी लगाई गई है।
महाकुंभ नगर में 2000 और एसआरएन हॉस्पिटल में 700 मेडिकल फोर्स को हाई अलर्ट पर रखा गया है। स्नान के लिये बड़ी संख्या में पहुंच रही भीड़ को देखते हुए विशेष यातायात योजना बनाई गई है। इसके तहत आज शाम पांच बजे से प्रयागराज शहर को नो वीकल जोन घोषित किया गया है। प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा ने बताया कि इस विशेष ट्रैफिक व्यवस्था की मदद से प्रयागराज पहुंच रहे श्रद्धालुओं को आसानी होगी। उन्होंने बताया- सभी मार्गों पर यातायात सुचारू रूप से चल रहा है और शहर के अंदर भी जाम की स्थिति नहीं है।
लोग एएनपीआर कैमराज भी इस्तेमाल कर रहे हैं। एआई इनबिल्ड कैमरास भी इस्तेमाल कर रहे हैं। हम टोल से भी डेटा कलेक्ट कर रहे हैं कि कितने वाहन विभिन्न मार्गों से आ रहे हैं। आसपास के जो जनपद हैं उनके जो अधिकार हैं उनसे हम निरंतर संवाद में हैं जिससे हमें जानकारी रहती है कि किस डायरेक्शन से कितने वाहन का भी प्रेशर है। उस हिसाब से हम उन मार्गों पर व्यवस्था को और सुदृढ़ करते हैं और हमारा पूरा प्रयास रहता है कि श्रद्धालुगण सुचारू ट्रैफिक चलता रहे और श्रद्धालुगण एक सुखद अनुभव यहां पर ले सकें।
