- राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास जी का निधन हो गया। उन्होंने राम मंदिर निर्माण संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 22 जनवरी 2024 को रामलला के मंदिर में विराजमान होने पर पुनः मुख्य पुजारी नियुक्त हुए थे।
अयोध्या: राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास जी का निधन हो गया। 3 फरवरी को ब्रेन स्ट्रोक के बाद उन्हें पीजीआई लखनऊ में भर्ती किया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था। उनके निधन से अयोध्या और देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी सत्येंद्र दास जी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होने लिखा कि
, “राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास जी के देहावसान से अत्यंत दुख हुआ है। धार्मिक अनुष्ठानों और शास्त्रों के ज्ञाता रहे महंत जी का पूरा जीवन भगवान श्री राम की सेवा में समर्पित रहा। देश के आध्यात्मिक और सामाजिक जीवन में उनके अमूल्य योगदान को हमेशा श्रद्धापूर्वक स्मरण किया जाएगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों एवं अनुयायियों को संबल प्रदान करे। ओम शांति!”
महंत सत्येंद्र दास का जन्म 20 मई 1945 को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में हुआ था। बचपन से ही उनकी प्रभु राम के प्रति अत्यंत श्रद्धा थी। 1958 में उन्होंने सन्यास लिया और राम जन्मभूमि से जुड़े कार्यों में अपना जीवन समर्पित कर दिया। 1 मार्च 1992 को वे रामलला के मुख्य पुजारी बने और राम मंदिर निर्माण के संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
महंत सत्येंद्र दास 1992 में विवादित ढांचे के विध्वंस के समय रामलला की मूर्ति की रक्षा करते हुए उसे गोद में लेकर सुरक्षित स्थान पर ले गए थे। उनका विश्वास था कि रामलला का भव्य मंदिर एक दिन जरूर बनेगा, जो 22 जनवरी 2024 को साकार हुआ, जब रामलला अपने दिव्य मंदिर में विराजमान हुए और उन्हें पुनः मुख्य पुजारी नियुक्त किया गया।
