- सिंगरौली में NCL की ब्लास्टिंग से कच्चा मकान ढहा, 14 साल की बच्ची घायल
सिंगरौली: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के वार्ड क्रमांक 8, साइंनगर साकेत मोहल्ला में नॉर्दर्न कोलफील्ड लिमिटेड (NCL) की ब्लास्टिंग ने एक बार फिर भयावह स्थिति पैदा कर दी है। शनिवार को हुई तेज ब्लास्टिंग के कारण एक कच्चा मकान पूरी तरह ढह गया, जिसमें 14 साल की बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। बच्ची के पैर में गहरी चोट आई है और उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ब्लास्टिंग की आवाज इतनी तेज थी कि इलाके में भूकंप जैसा एहसास हुआ। वार्ड क्रमांक 8 और आसपास के क्षेत्रों, विशेष रूप से वार्ड क्रमांक 8 में रहने वाले लोग हर दिन इस खतरे का सामना कर रहे हैं। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (NCL) की खदानें अब घरों के बेहद करीब पहुंच गई हैं, जिससे मकानों में दरारें पड़ रही हैं और लोगों की जान जोखिम में है।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि NCL प्रबंधन और जिला प्रशासन इस गंभीर समस्या की अनदेखी कर रहे हैं। प्रभावित परिवारों के लिए न तो कोई मुआवजा दिया जा रहा है और न ही सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास की व्यवस्था की गई है। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “हर दिन ब्लास्टिंग से घर हिलते हैं। हम डर में जी रहे हैं, लेकिन प्रशासन और कंपनी कोई सुनवाई नहीं कर रहे।”
यह पहली घटना नहीं है। सिंगरौली में कोयला खदानों की अनियंत्रित ब्लास्टिंग से पहले भी कई मकान क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि खदानों के इतने नजदीक ब्लास्टिंग नियमों का उल्लंघन है, जो क्षेत्र की भूगर्भीय संरचना को भी नुकसान पहुंचा रही है।
लोगों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, जिसमें ब्लास्टिंग पर रोक, प्रभावित परिवारों का पुनर्वास और मुआवजा शामिल है। जिला प्रशासन और NCL की चुप्पी ने स्थानीय लोगों में आक्रोश को और बढ़ा दिया है। यदि जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो यह स्थिति और भयावह हो सकती है।

Author: Intelligent Guru
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