सिंगरौली में जल संरक्षण की पहल: गर्रा सिचाई जलाशय का निरीक्षण, बांध मरम्मत के निर्देश

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सिंगरौली, 25 अप्रैल 2025 (इंटेलिजेंट गुरु): सिंगरौली जिले के तियरा ग्राम पंचायत में स्थित गर्रा सिचाई जलाशय का निरीक्षण विधायक राम निवास शाह और कलेक्टर चन्द्र शेखर शुक्ला ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को जलाशय की बांध में आवश्यक मरम्मत कार्य करने के निर्देश दिए गए। यह कदम क्षेत्र में जल संरक्षण, सिचाई सुविधाओं को मजबूत करने और भूजल स्तर में सुधार के लिए महत्वपूर्ण है।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर चन्द्र शेखर शुक्ला ने ग्राम पंचायत की मांगों को गंभीरता से लिया और मौके पर ही जल संसाधन विभाग को बांध की मरम्मत और रखरखाव के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया। उन्होंने जोर दिया कि जलाशय की क्षमता को बनाए रखने और किसानों को सिचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने के लिए यह कार्य अत्यंत जरूरी है। बांध की मरम्मत से न केवल सिचाई व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि जल भंडारण की क्षमता भी बढ़ेगी, जो स्थानीय समुदाय के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
वहीं, विधायक राम निवास शाह ने उपस्थित ग्रामीणों को प्रदेश सरकार के जल गंगा संवर्धन अभियान और पानी रोको अभियान के बारे में जागरूक किया। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे सामूहिक रूप से बोरी बंधन, मेड़ बंधन जैसे उपायों को अपनाकर बहते जल को रोकने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के ये छोटे-छोटे प्रयास भूजल स्तर को बढ़ाने और जल संकट से निपटने में कारगर साबित होंगे। इसके साथ ही, उन्होंने स्थानीय तालाबों की साफ-सफाई और गहरीकरण के लिए जन भागीदारी पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण न केवल वर्तमान की आवश्यकता है, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत के सरपंच गुलाब सिंह, नगर निगम पार्षद सीमा जयसवाल, समाजसेवी जागबली बैस सहित कई ग्रामीण और अधिकारी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने जलाशय से संबंधित अपनी समस्याओं को भी अधिकारियों के समक्ष रखा, जिनके समाधान के लिए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। यह पहल सिंगरौली जिले में जल संरक्षण और सिचाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इंटेलिजेंट गुरु के माध्यम से यह खबर स्थानीय समुदाय को जल संरक्षण के प्रति प्रेरित करने के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी इस तरह के प्रयासों को बढ़ावा देगी। सिंगरौली जिला, जो प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है, इस तरह की पहलों से जल प्रबंधन के क्षेत्र में एक मिसाल कायम कर सकता है। यह अभियान न केवल कृषि क्षेत्र को बल देगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगा।

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