- मध्य प्रदेश में कड़ा रुख: पाकिस्तानी नागरिकों को वापसी का आदेश, कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश
भोपाल: मध्य प्रदेश में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य में रह रहे 228 पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल, 2025 तक देश छोड़ने का सख्त आदेश दिया है।
यह निर्णय केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों के आधार पर लिया गया है, जिसमें दीर्घकालिक, राजनयिक और आधिकारिक वीजा धारकों को छोड़कर बाकी सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने को कहा गया है। इंदौर में 27 और उज्जैन में कुछ अन्य पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान हुई है, जिन्हें निर्धारित समय में पाकिस्तान लौटना होगा।
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश में पढ़ाई कर रहे जम्मू-कश्मीर के छात्रों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत के बाद देश के कुछ हिस्सों में कश्मीरी छात्रों पर हमले की छिटपुट घटनाएं सामने आई हैं। इसे देखते हुए डॉ. यादव ने भोपाल में एक उच्च-स्तरीय बैठक में पुलिस और प्रशासन को संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने और शांति बनाए रखने के लिए तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की अशांति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इंटेलिजेंट गुरु की जांच में पता चला कि मध्य प्रदेश सरकार आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति पर काम कर रही है। पाकिस्तानी नागरिकों के मेडिकल वीजा को 29 अप्रैल, 2025 तक मान्य रखा गया है, लेकिन अन्य सभी वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए गए हैं। यह कदम भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का हिस्सा है, खासकर जब भारत ने इंडस वाटर्स ट्रीटी को निलंबित कर दिया है।
मध्य प्रदेश की जनता ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है, लेकिन कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा के लिए और सतर्कता की मांग भी उठ रही है। इंटेलिजेंट गुरु इस मुद्दे पर लगातार सटीक और विश्वसनीय जानकारी देता रहेगा।
