भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा वाहन निर्माता देश: नितिन गडकरी
नई दिल्ली, 08 मई 2025: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की कि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा वाहन निर्माता देश बन गया है। नई दिल्ली में आयोजित चौथे अंतरराष्ट्रीय बीबीबी सम्मेलन और बायोएनेर्जी वैल्यू चेन एक्सपो में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने यह बात कही। गडकरी ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग की उल्लेखनीय प्रगति पर प्रकाश डाला और इसे आत्मनिर्भर भारत के सपने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
उन्होंने कहा कि भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग तेजी से विस्तार कर रहा है और इसकी वैश्विक मांग बढ़ रही है। गडकरी ने बताया कि उद्योग का आकार 2014 में 7 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2025 में 22 लाख करोड़ रुपये हो गया है। यह उपलब्धि भारत को अमेरिका (78 लाख करोड़ रुपये) और चीन (47 लाख करोड़ रुपये) के बाद तीसरे स्थान पर ले आई है। उन्होंने विश्वास जताया कि अगले पांच वर्षों में भारत विश्व का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल निर्माता देश बन जाएगा।
गडकरी ने जीवाश्म ईंधन की बढ़ती खपत पर चिंता जताते हुए वैकल्पिक ईंधन और इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारत हर साल 22 लाख करोड़ रुपये के जीवाश्म ईंधन का आयात करता है, जिसे कम करने के लिए बायोएथनॉल, बायो-सीएनजी, और हाइड्रोजन जैसे वैकल्पिक ईंधन जरूरी हैं। उन्होंने बायोएनेर्जी को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और बताया कि बायोमास से ऊर्जा उत्पादन न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगा।
मंत्री ने कृषि को आर्थिक रूप से व्यवहार्य बनाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि बायोमास और कृषि अपशिष्ट से बायोईंधन उत्पादन ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन और आय बढ़ाने में मदद करेगा। गडकरी ने उदाहरण दिया कि बायो-सीएनजी और बायोएथनॉल जैसे प्रोजेक्ट्स से किसानों को उनकी उपज के लिए बेहतर मूल्य मिलेगा, जिससे भारत आत्मनिर्भर बन सकेगा। उन्होंने आयात पर निर्भरता कम करने और निर्यात को बढ़ाने की रणनीति पर भी बल दिया, विशेष रूप से इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए।
चौथा अंतरराष्ट्रीय बीबीबी सम्मेलन और बायोएनेर्जी वैल्यू चेन एक्सपो बायोमास संसाधनों के उपयोग को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इस दो दिवसीय आयोजन में नौकरशाह, शिक्षाविद, वैज्ञानिक, तकनीकी विशेषज्ञ, उद्योगपति, शोधकर्ता, और बायोएनेर्जी क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल हुए। सम्मेलन में बायोईंधन उत्पादन, नवाचार, और टिकाऊ ऊर्जा समाधानों पर चर्चा हुई। गडकरी ने बताया कि सरकार ने बायोईंधन नीति को 2030 से पहले 2025-26 तक 20% इथनॉल मिश्रण और 5% बायोडीजल मिश्रण का लक्ष्य पूरा करने के लिए संशोधित किया है।
गडकरी ने इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में भारत की प्रगति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि लिथियम-आयन बैटरी की लागत में कमी और स्वदेशी बैटरी उत्पादन से ईवी की पहुंच बढ़ रही है। 2030 तक भारत का ईवी बाजार 20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है, जिसमें 1 करोड़ वाहनों की वार्षिक बिक्री और 5 करोड़ रोजगार सृजन का अनुमान है।
इस आयोजन में गडकरी ने बायोएनेर्जी उद्योग के नेताओं को नवाचार और योगदान के लिए सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि बायोईंधन और इलेक्ट्रिक वाहन भारत को 2070 तक कार्बन न्यूट्रैलिटी के लक्ष्य की ओर ले जाएंगे।
