मध्य प्रदेश में ऑपरेशन सिंदूर के बाद हाई अलर्ट, शहरों में सुरक्षा चाक-चौबंद

  • मध्य प्रदेश में ऑपरेशन सिंदूर के बाद हाई अलर्ट, शहरों में सुरक्षा चाक-चौबंद

भोपाल,भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद मध्य प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। ऑपरेशन सिंदूर, जिसके तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, के बाद मध्य प्रदेश के कई शहरों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी जैसे प्रमुख शहरों में पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। इस ऑपरेशन का उद्देश्य पहलगाम हमले का बदला लेना था, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। 

राज्य सरकार ने सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा को सख्त करने के निर्देश दिए हैं। मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) ने सभी जिला प्रशासनों को निर्देश दिए हैं कि वे रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड्स, सरकारी इमारतों और धार्मिक स्थलों पर कड़ी निगरानी रखें। भोपाल और इंदौर में विशेष रूप से भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही, ग्वालियर और जबलपुर में आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल भी आयोजित किए गए हैं। इन ड्रिल्स में हवाई हमले, बम विस्फोट और आगजनी जैसी परिस्थितियों का अनुकरण किया गया ताकि प्रशासन की तैयारियों को परखा जा सके।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने एक उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों को साफ निर्देश दिए कि किसी भी तरह की अफवाहों पर तुरंत रोक लगाई जाए और सोशल मीडिया पर नजर रखी जाए। उन्होंने कहा, “हमें शांति बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाने होंगे। जनता को डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता जरूरी है।” इसके अलावा, राज्य में सभी सार्वजनिक आयोजनों पर रोक लगा दी गई है और स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला लिया गया है। मध्य प्रदेश के कई हवाई अड्डों, जैसे ग्वालियर और भोपाल, में उड़ानें भी रद्द कर दी गई हैं।

पहलगाम हमले के बाद शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन को लेकर मध्य प्रदेश में सुरक्षा बलों को किसी भी जवाबी हमले से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। ग्वालियर में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। हमारी टीमें 24 घंटे निगरानी कर रही हैं और जनता से भी अपील है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें।”

इसके साथ ही, मध्य प्रदेश में नेपाल से सटी सीमाओं पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है। पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (SSB) मिलकर सीमा पर गश्त कर रहे हैं ताकि किसी भी तरह की घुसपैठ को रोका जा सके। मध्य प्रदेश के लोग इस तनावपूर्ण माहौल में शांति बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं, लेकिन कई लोगों में अनिश्चितता का माहौल भी है। एक स्थानीय निवासी रमेश पटेल ने कहा, “हम सरकार के फैसले का समर्थन करते हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।”

 

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