- सीमा पर तनाव के बीच PM मोदी ने रक्षा मंत्री, NSA और CDS के साथ की उच्च स्तरीय बैठक
नई दिल्ली, 9 मई 2025: भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव और हाल के आतंकी हमलों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल उपेंद्र द्विवेदी के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में सीमा पर ताजा स्थिति, सैन्य तैयारियों, और जवाबी कार्रवाई की रणनीति पर विस्तृत चर्चा हुई। यह बैठक हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की सैन्य प्रतिक्रिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
पहलगाम हमले के बाद त्वरित कार्रवाई
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी, जिसके लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों को जिम्मेदार ठहराया गया। इस हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने इस ऑपरेशन की रातभर निगरानी की और सैन्य बलों को पूर्ण परिचालन स्वतंत्रता दी थी। बैठक में NSA अजीत डोभाल ने अमेरिकी NSA और विदेश मंत्री से भी चर्चा की, ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भारत के रुख से अवगत कराया जा सके।
सैन्य तैयारियों का जायजा
बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा पर तैनात सैन्य बलों की तैयारियों और हथियारों की तैनाती के बारे में जानकारी दी। CDS जनरल द्विवेदी ने सेना, नौसेना, और वायुसेना के समन्वित प्रयासों पर प्रकाश डाला। भारतीय वायुसेना ने राजस्थान में पाकिस्तान सीमा के पास नियमित सैन्य अभ्यास की योजना बनाई है, जिसे सुरक्षा विशेषज्ञ तनाव के बीच शक्ति प्रदर्शन के रूप में देख रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि PM मोदी ने सैन्य बलों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया।
राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक ‘ऑपरेशन सिंदूर’
प्रधानमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बताया और इसका नाम पहलगाम हमले में शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं को सम्मान देने के लिए चुना। शहीद शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या ने ऑपरेशन के बाद कहा, “प्रधानमंत्री ने जो नाम चुना, वह मेरे जैसी 26 महिलाओं के दिलों से जुड़ गया।” इस ऑपरेशन को भारत की कूटनीतिक और सैन्य रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसने पाकिस्तान को अप्रत्याशित रूप से जवाब दिया।
आगे की रणनीति
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को और सख्ती से लागू करेगा। PM मोदी ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का पक्ष रखने और पड़ोसी देशों के साथ समन्वय बढ़ाने पर जोर दिया। रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय को इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए गए।
यह बैठक और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की मजबूत रक्षा नीति और आतंकवाद के खिलाफ कठोर रुख को दर्शाता है। देशवासियों ने सोशल मीडिया पर PM मोदी और सशस्त्र बलों की इस कार्रवाई की सराहना की है।
