- ऑपरेशन चक्र-5: CBI की आठ राज्यों में साइबर अपराधियों पर बड़ी कार्रवाई
नई दिल्ली, 11 मई 2025: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने साइबर अपराध और डिजिटल अरेस्ट जैसे मामलों पर नकेल कसने के लिए ‘ऑपरेशन चक्र-5’ के तहत देशभर में ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस विशेष अभियान में CBI ने आठ राज्यों में 42 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की, जिसमें टेलीकॉम ऑपरेटरों के पॉइंट ऑफ सेल (PoS) एजेंट्स के परिसरों को निशाना बनाया गया। यह कार्रवाई साइबर अपराधियों के खिलाफ CBI की अब तक की सबसे बड़ी कोशिशों में से एक है।
CBI के मुताबिक, ये PoS एजेंट्स साइबर अपराधियों और कुछ टेलीकॉम कंपनियों के अज्ञात अधिकारियों के साथ सांठगांठ करके अवैध तरीके से सिम कार्ड जारी कर रहे थे। इन सिम कार्ड्स का उपयोग डिजिटल अरेस्ट, फर्जी विज्ञापनों, निवेश घोटालों, UPI फ्रॉड और पहचान की चोरी जैसे संगीन अपराधों में हो रहा था। छापेमारी असम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में की गई। इस दौरान 38 PoS एजेंट्स के ठिकानों की गहन तलाशी ली गई।
कार्रवाई में CBI ने मोबाइल फोन, लैपटॉप, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज, फर्जी KYC दस्तावेज, और अवैध सिम कार्ड्स सहित कई आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद कीं। इसके अलावा, बिचौलियों और संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी भी सामने आई। चार राज्यों से KYC नियमों का उल्लंघन कर सिम कार्ड बेचने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। CBI ने अपराध से कमाई गई संपत्ति भी जब्त की।
विश्वसनीय स्रोतों के अनुसार, यह अभियान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साइबर अपराधों से निपटने के लिए CBI की रणनीति का हिस्सा है। ऑपरेशन चक्र-5 डिजिटल फ्रॉड और ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकने की दिशा में एक मजबूत कदम है। CBI ने पहले भी ऑपरेशन चक्र सीरीज के तहत कई कॉल सेंटर और साइबर गिरोहों का भंडाफोड़ किया है। इस बार टेलीकॉम सेक्टर में अवैध गतिविधियों पर फोकस रहा।
यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है, जब भारत में साइबर अपराधों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। CBI का यह कदम डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने और अपराधियों में खौफ पैदा करने की दिशा में अहम है।
