बुद्ध पूर्णिमा 2025: उपराष्ट्रपति धनखड़ ने दी शुभकामनाएं, कहा- बुद्ध का मार्ग आज और प्रासंगिक

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नई दिल्ली, 12 मई 2025: बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने संदेश में कहा कि यह पवित्र दिन भगवान बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण का प्रतीक है। उपराष्ट्रपति ने बुद्ध की शिक्षाओं को आज के युग में और भी प्रासंगिक बताते हुए लोगों से उनके सिद्धांतों को अपनाने का आह्वान किया।

धनखड़ ने अपने संदेश में लिखा, “भगवान बुद्ध की अहिंसा, दया और मध्यम मार्ग की शिक्षाएं चुनौतीपूर्ण समय में ध्रुव तारे की तरह मार्गदर्शन करती हैं। उनकी गहन बुद्धि व्यक्ति और समग्र मानवता के लिए प्रेरणा का स्रोत है।” उन्होंने कहा कि आज की दुनिया में, जहां तनाव और संघर्ष बढ़ रहे हैं, बुद्ध का शांति और करुणा का संदेश पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। उपराष्ट्रपति ने लोगों से अपील की कि वे बुद्ध के सिद्धांतों को जीवन में उतारें और एक शांतिपूर्ण, दयालु और सामंजस्यपूर्ण समाज के निर्माण में योगदान दें।

बुद्ध पूर्णिमा, जिसे वैशाख पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, हर साल लाखों लोगों के लिए आध्यात्मिक चिंतन का अवसर लेकर आती है। इस दिन बौद्ध अनुयायी और अन्य लोग मंदिरों में प्रार्थना, ध्यान और दान-पुण्य जैसे कार्य करते हैं। विभिन्न समाचार पोर्टलों के अनुसार, इस साल देशभर में बुद्ध पूर्णिमा को लेकर विशेष आयोजन हुए। दिल्ली, बोधगया और अन्य बौद्ध तीर्थस्थलों पर श्रद्धालुओं ने भगवान बुद्ध को श्रद्धांजलि अर्पित की।

उपराष्ट्रपति का यह संदेश ऐसे समय में आया है, जब विश्व शांति और सह-अस्तित्व की आवश्यकता को महसूस कर रहा है। बुद्ध की शिक्षाएं, जो समभाव, संयम और करुणा पर जोर देती हैं, न केवल व्यक्तिगत विकास बल्कि सामाजिक सद्भाव के लिए भी मार्गदर्शक हैं। धनखड़ के इस संदेश को सोशल मीडिया पर व्यापक समर्थन मिला, जहां लोग बुद्ध के आदर्शों को अपनाने की बात दोहरा रहे हैं।

आइए, इस बुद्ध पूर्णिमा पर हम सभी उनके दिखाए मार्ग पर चलें और एक बेहतर दुनिया के निर्माण में अपना योगदान दें।

 

 

 

 

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