- महंत राजगिरी जो एंबेसडर बाबा के नाम से प्रसिद्ध हैं,
- अपनी 52 साल पुरानी एंबेसडर कार के साथ महाकुंभ पहुंचे हैं।
- उन्होंने अपनी कार को ‘मां’ का दर्जा दिया है और इसमें ही रहते, खाते और सोते हैं।
महाकुंभ प्रयागराज, प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने वाला महाकुंभ विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जो 26 फरवरी तक चलेगा। इस आयोजन में देश-विदेश से तमाम साधु-संतों का आगमन हो रहा है, जिनमें मध्य प्रदेश के महंत राजगिरी, उर्फ़ एंबेसडर बाबा भी शामिल हैं। वे अपनी 52 साल पुरानी एंबेसडर कार के साथ महाकुंभ पहुंचे हैं, जो उनके लिए एक विशेष महत्व रखती है।
एंबेसडर बाबा ने अपनी कार को ही अपना घर बना लिया है। यह कार लगभग 52 साल पुरानी है और 1972 मॉडल की है। बाबा का कहना है कि यह कार उनके जीवन का अहम हिस्सा है और उन्हें इसमें आध्यात्मिक शांति मिलती है। वे इस कार में रहते हैं, खाते-पीते हैं और सोते भी हैं। उन्होंने इसे भगवा कलर में रंगवा लिया है।
महंत राजगिरी ने परिवार और सांसारिक सुखों को छोड़कर संन्यास ले लिया है। उन्हें यह एंबेसडर कार 40 साल पहले दान में मिली थी, और तब से यह उनकी साथी बनी हुई है। बाबा का मानना है कि उनकी यह कार एक आशीर्वाद है, और उन्होंने इसे ‘मां’ का दर्जा दिया है। वर्तमान में बाबा संगम तट पर अपनी कुटिया में रह रहे हैं, जहां उनकी अनोखी कार भी खड़ी है।
