- वाजपेयी को उनकी सौवीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत को 21वीं सदी में ले जाने के लिए राष्ट्र, अटलजी का सदैव आभारी रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एक महान राजनेता थे, जो आज भी अनगिनत लोगों के प्रेरणा-स्रोत हैं। वाजपेयी को उनकी सौवीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत को 21वीं सदी में ले जाने के लिए राष्ट्र, अटलजी का सदैव आभारी रहेगा। अख़बारों में अपने लेख में प्रधानमंत्री ने कहा कि साधारण परिवार से होने के बावजूद श्री वाजपेयी ने आम आदमी के संघर्ष और शासन में बदलाव की उसकी शक्ति को महसूस किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने पहली बार तकनीक को आम लोगों तक पहुंचाने का गंभीर प्रयास किया। उन्होंने स्वर्ण चतुर्भुज परियोजना और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को भी लागू किया तथा दिल्ली मेट्रो के लिए व्यापक कार्य किए। श्री मोदी ने कहा कि देश में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और दूर-दराज के क्षेत्रों को मुख्यधारा में शामिल करने का श्रेय वाजपेयी जी को है। उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी के कार्यकाल में ही 1998 में भारत ने ऑपरेशन शक्ति के तहत पोखरण परीक्षण किया जिससे भारतीय वैज्ञानिकों की क्षमता उजागर हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद, वाजपेयी सरकार अडिग रही थी। वे आपातकाल विरोधी आंदोलन के भी स्तंभ थे। श्री मोदी ने कहा कि भारत के विदेश मंत्री के रूप में, वाजपेयी संयुक्त राष्ट्र में हिंदी में बोलने वाले पहले भारतीय नेता बने। इससे पता चलता है कि भारत की विरासत और पहचान पर उन्हें अपार गर्व था।
अटल बिहारी वाजपेयी की सौवीं जयंती पर, प्रधानमंत्री ने लोगों से उनके आदर्शों को साकार करने और भारत के प्रति उनके दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए समर्पित होने की अपील की।
