मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का दमोह दौरा: देव श्री जागेश्वरनाथ लोक का होगा भव्य शुभारंभ

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का दमोह दौरा: देव श्री जागेश्वरनाथ लोक का होगा भव्य शुभारंभ

इंटेलिजेंट गुरु न्यूज़ डेस्क, दमोह/भोपाल, 9 मई 2025मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज दमोह जिले के बांदकपुर में एक ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने जा रहे हैं। वे बांदकपुर में “देव श्री जागेश्वरनाथ लोक” का भूमिपूजन करेंगे, जो क्षेत्र की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह कॉरिडोर 100 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा और इसे मध्य प्रदेश सरकार की धरोहर संरक्षण की पहल का हिस्सा बताया जा रहा है। इस आयोजन से स्थानीय लोगों में उत्साह का माहौल है, क्योंकि यह परियोजना न केवल धार्मिक महत्व को बढ़ाएगी, बल्कि क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार के नए अवसर भी लेकर आएगी।

मुख्यमंत्री का दिन भोपाल में एक व्यस्त कार्यक्रम से शुरू होगा। सुबह 10:30 बजे वे समत्व भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लेंगे, जिसमें राज्य के विकास कार्यों और नीतियों पर चर्चा होगी। इसके बाद दोपहर 12:45 बजे भोपाल के रविंद्र भवन में वे “जनजातीय शिल्पग्राम महोत्सव” का शुभारंभ करेंगे। यह महोत्सव मध्य प्रदेश की जनजातीय संस्कृति को बढ़ावा देने का एक मंच है, जिसमें जनजातीय कला, शिल्प, नृत्य और व्यंजनों की झलक देखने को मिलेगी। इस दौरान बादल भोई जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय की कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी होगा, जो जनजातीय समुदाय के योगदान को रेखांकित करेगी।

दोपहर 2:00 बजे मुख्यमंत्री डॉ. यादव भोपाल से बांदकपुर, जिला दमोह के लिए रवाना होंगे। बांदकपुर के रुद्र मैदान में वे “देव श्री जागेश्वरनाथ लोक” का भूमिपूजन करेंगे। यह परियोजना बुंदेलखंड की आस्था और सांस्कृतिक धरोहर को नया आयाम देगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस कॉरिडोर के बनने से मंदिर की भव्यता बढ़ेगी और दूर-दूर से श्रद्धालु यहाँ आएंगे। एक स्थानीय निवासी रामू प्रजापति ने कहा, “हम कई सालों से इस कॉरिडोर की माँग कर रहे थे। अब यह सपना पूरा हो रहा है, हम बहुत खुश हैं।” इस आयोजन में जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुँवर विजय शाह भी मौजूद रहेंगे।

मुख्यमंत्री शाम 7:00 बजे बांदकपुर से भोपाल लौट आएंगे। इस दौरे के दौरान वे जनजातीय समुदाय के विकास और सांस्कृतिक संरक्षण पर जोर देंगे। हाल ही में उन्होंने जनजातीय समुदाय के लिए कई घोषणाएँ की हैं, जैसे शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में सहायता। इस आयोजन से यह संदेश भी जाएगा कि मध्य प्रदेश सरकार अपनी सांस्कृतिक धरोहरों को सहेजने और जनजातीय समुदाय को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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