लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल सुविधा केंद्र का उद्घाटन: रक्षा क्षेत्र में नया इतिहास

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लखनऊ, 11 मई 2025: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ आज रक्षा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम की साक्षी बन रही है। विश्व की सबसे घातक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ के निर्माण केंद्र का उद्घाटन आज यहां हो रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वर्चुअल माध्यम से दिल्ली से इस समारोह में शामिल होंगे, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में मौजूद रहकर इस मेगा परियोजना का शुभारंभ करेंगे। यह केंद्र भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता और सामरिक शक्ति को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।

यह ब्रह्मोस सुविधा केंद्र उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लखनऊ नोड का हिस्सा है, जिसकी आधारशिला 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी। 300 करोड़ रुपये की लागत से बने इस अत्याधुनिक केंद्र को योगी सरकार ने 80 हेक्टेयर जमीन मुफ्त में उपलब्ध कराई थी। मात्र साढ़े तीन वर्षों में पूरा हुआ यह प्रोजेक्ट भारत-रूस के संयुक्त उद्यम का परिणाम है। ब्रह्मोस मिसाइल, जिसकी मारक क्षमता 290-400 किलोमीटर और गति मैक 2.8 है, जमीन, समुद्र और हवा से लॉन्च हो सकती है। यह मिसाइल दुश्मन के रडार को चकमा देकर सटीक निशाना लगाने में सक्षम है।

इस केंद्र के शुरू होने से लखनऊ रक्षा उत्पादन का नया हब बनेगा। यह परियोजना अगले 5-6 वर्षों में 10,000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करेगी और 10,000 से अधिक रोजगार के अवसर पैदा करेगी। इसके साथ ही, टाइटेनियम और सुपर एलॉय मैटेरियल्स प्लांट का भी उद्घाटन होगा, जो चंद्रयान मिशन और लड़ाकू विमानों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री तैयार करेगा। डिफेंस टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सिस्टम (DTIS) का शिलान्यास भी होगा, जो रक्षा उत्पादों के परीक्षण और सर्टिफिकेशन में मदद करेगा।

यह कदम भारत-पाक तनाव के बीच सामरिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत देश की सुरक्षा को और मजबूत करेगी। योगी आदित्यनाथ की इस ड्रीम परियोजना से उत्तर प्रदेश रक्षा क्षेत्र में वैश्विक पहचान हासिल करेगा।

 

 

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