महाकुंभ. पौष पूर्णिमा के पवित्र स्नान के साथ आज प्रयागराज त्रिवेणी पर महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। जाति, मत, पंथ के भेद के बिना श्रद्धालु आज संगम तट पर सनातन संस्कृति की परंपराओं का पालन करने के लिए लाखों की संख्या में एकत्रित हुए हैं। आज से ही एक महीने के कल्पवास की शुरुआत हो गई है।
एक तरफ जहां लाखों श्रद्धालु पवित्र संगम में डुबकी लगाएंगे, तो वहीं बड़ी संख्या में लोग संगम किनारे कल्पवास की प्राचीन परंपरा का भी पालन करेंगे। भारतीय संस्कृति अध्यात्म और आस्था का प्रतीक यह मेला हर 12 वर्ष पर आयोजित होता है। इस बार का महाकुंभ इसलिए भी विशेष है, क्योंकि इस बार 144 सालों के बाद ग्रहों का दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस बार सूर्य, चंद्रमा, शनि और बृहस्पति के ग्रहों की शुभ स्थिति बन रही है। कहा जा रहा है कि यह शुभ संयोग समुद्र मंथन के दौरान बना था।

Author: Intelligent Guru
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