ISRO-ESA समझौता: axiom 4 मिशन और अनुसंधान में बढ़ेगा सहयोग

  • भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण, मिशन कार्यान्वयन और अनुसंधान पर सहयोग करने के लिए समझौता किया। Axiom-4 मिशन में भी साथ काम करेंगे।

,नई दिल्ली, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण, मिशन कार्यान्वयन और अनुसंधान प्रयोगों से संबंधित गतिविधियों में सहयोग के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। ISRO के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग के सचिव डॉ. एस. सोमनाथ और ESA के महानिदेशक डॉ. जोसेफ एशबाचर ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए।

यह समझौता मानव अंतरिक्ष अन्वेषण और अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोगात्मक गतिविधियों के लिए एक ढांचा प्रदान करेगा।

विशेष रूप से अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण, प्रयोग विकास और एकीकरण में सहायता, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर ESA की सुविधाओं का उपयोग, मानव और जैव-चिकित्सा अनुसंधान प्रयोगों का कार्यान्वयन, और संयुक्त शिक्षा व जनसंपर्क के क्षेत्र में सहयोग प्रदान किया जाएगा।

आगामी Axiom-4 मिशन के लिए दोनों एजेंसियां मिलकर ISS पर भारतीय प्रधान अन्वेषकों द्वारा चयनित प्रयोगों को कार्यान्वित करने पर सहयोग कर रही हैं। इसके अलावा, ESA के मानव शारीरिक अध्ययन, प्रौद्योगिकी प्रदर्शन प्रयोगों में भागीदारी और संयुक्त शैक्षिक आउटरीच गतिविधियों पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

डॉ. एस. सोमनाथ ने कहा कि ISRO ने मानव अंतरिक्ष उड़ान गतिविधियों के लिए एक रोडमैप तैयार किया है और हाल ही में भारत अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) की स्वीकृति के साथ मानव अंतरिक्ष उड़ान प्लेटफार्मों के बीच आपसी कार्यक्षमता विकसित करने का एक अवसर मिला है। डॉ. एशबाचर ने कहा कि यह समझौता दोनों एजेंसियों के बीच सहयोग का एक मजबूत आधार प्रदान करता है। दोनों एजेंसियों के नेतृत्व ने Axiom-4 मिशन के लिए संयुक्त गतिविधियों की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और भविष्य में मानव अंतरिक्ष उड़ान के क्षेत्र में निरंतर सहयोगात्मक गतिविधियों की आवश्यकता को रेखांकित किया।

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