राजस्थान. महर्षि दयानंद सरस्वती की द्वि शताब्दी समारोह के अवसर पर श्याम गौशाला पिपराली सीकर में मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में महामहिम राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने आमजन को संबोधित किया। इस दौरान पूर्व सांसद सीकर सुमेधानंद सरस्वती ने राज्यपाल को कार्यक्रम का परिचय दिया और चारो वेद की वेद भगवान की पुस्तक भेंट की। कार्यक्रम में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भू जल विभाग केबिनेट मंत्री कन्हैया लाल चौधरी, उद्योग एवं वाणिज्य, युवा मामले एवं खेल विभाग मंत्री के.के. विश्नोई ने भी भागीदारी की।
राज्यपाल बागडे ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती महज एक व्यक्ति नहीं होकर बहुत बड़े समाज सुधारक थे। सरस्वती ने सत्य का रास्ता अपनाने की बात कही। उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण एवं भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए कार्य किया। उन्होंने सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने का काम किया। सरस्वती ने शिक्षा के महत्व को समझते हुए इंसान को सदाचारी बनने के लिए प्रेरित किया। राज्यपाल बागडे ने कहा कि हम हमारे पुराने ज्ञान को संजोए रखते हुए नए ज्ञान को एकत्र करें, यही हमारी भारतीय संस्कृति है। इस दौरान उन्होंने देश निर्माण में नई शिक्षा नीति के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने अहिल्या बाई होलकर के समाज सुधार में अतुल्य योगदान करने की बात कही।
